हर लम्हा यहांँ पिघल रही मैं, जिसकी यादों में ढूंँढ रही मोहब्बत के निशां बीती मुलाकातों। हर लम्हा यहांँ पिघल रही मैं, जिसकी यादों में ढूंँढ रही मोहब्बत के निशां बीती ...
तुम अभी से हार जाने की बात करते हो ! तुम अभी से हार जाने की बात करते हो !
मैं प्रेम लिखना भूलने लगा हूँ, किसी को चाहना भूलने लगा हूँ। मैं प्रेम लिखना भूलने लगा हूँ, किसी को चाहना भूलने लगा हूँ।
रात बहुत हो गई है ओर जिंदगी के एक अध्याय की समाप्ति होने वाली है। रात बहुत हो गई है ओर जिंदगी के एक अध्याय की समाप्ति होने वाली है।
कभी ना मिल पाए हम तो गम ना करना। कभी ना मिल पाए हम तो गम ना करना।
अपने ही लफ्जों से, एक बवाल लिख रहा हूँ , झूठे थे जो कसमें वादे,वो नासूर लिख रहा हूँ। अपने ही लफ्जों से, एक बवाल लिख रहा हूँ , झूठे थे जो कसमें वादे,वो नासूर लिख र...